रामायण मेला :
चित्रकूट धाम में आते ही सबसे पहला रुकने का स्थान वा किसी भी धार्मिक कार्यक्रम को करने के लिए सबसे उचित स्थान है ।
यह रामघाट से 4 किमी. दूरी पर स्थित है ।
रामायण मेला, रामायण मेला में रामकथा को आधार बनाकर डा . राम मनोहर लोहिया की परिकल्पना के आधार से रामायण मेला समिति देश के कोने - कोने के विभिन्न रामायण के विद्धानों को आमंत्रित करती है ,जो प्रवचन करते है तथा रामलीला , रासलीला , कत्थक नृत्य , ओड़सी नृत्य , कटपुतली एवं सरकारी स्तर से भेजी गयी केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा सांस्कृतिक पार्टियों के कार्यक्रम प्रस्तुत होते है ।
जय चित्रकूट धाम

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